जल नेति एक शरीर शुद्धि योग क्रिया हैं जिसमें नाक की सफाई की जाती हैं. इस योगिक क्रिया से सर्दी-जुकाम, प्रदुषण और साइनस जैसी से बचा जा सकता हैं. यह हठ योग का भाग या प्रथम चरण हैं. बदलते मौसम में शरीर के कुछ अंग इससे प्रभावित होते हैं, मुख्यतया नाक, गला और आंखें ज्यादा प्रभावित होती हैं. आपने देखा होगा कि मौसम बदलने पर नाक बंद होने, छींक आने, आंखों में खुजली महसूस होने, गला बैठने व कंजेशन की समस्या होने लगती है. जलनेति क्रिया करने से इनसे राहत मिल सकती है. मौसमी बिमारियों से लड़ने में जलनेति क्रिया बहुत मददगार हैं. इस लेख में हम जानेंगे कि जल नेति क्रिया की विधि क्या हैं? इसको कैसे करते हैं? जल नेति क्रिया करते समय कौन-कौन सी सावधानियाँ रखनी चाहिए? इसके क्या लाभ हैं आदि. जल नेति के लिए आवश्यक सामग्री जल नेति करने से पहले आपके पास निम्नलिखित सामग्री होनी चाहिए- 1. एक विशेष प्रकार का लौटा जो स्पेशल जल नेति के लिए बना होता हैं, जिसे नेति पात्र के नाम से जाना जाता हैं. 2. इस लौटे में भरने के लिए गुनगुना पानी चाहिए जिसका तापमान रक्तप्रवाह के अनुकूल होना चाहिए साथ यह नाक में बहने जैसा हो. 3....
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