बाल गंगाधर तिलक के अनमोल विचार || (Bal Gangadhar Tilak Quotes
बाल गंगाधर तिलक स्वतंत्रता सेनानी तो थे ही इसके साथ-साथ वह प्रखर राष्ट्रवादी, शिक्षाविद ,समाजसुधारक, अधिवक्ता और देश प्रेमी थे. बाल गंगाधर तिलक के राजनैतिक विचार, सामाजिक विचार और सफलता के विचार आज भी बहुत प्रासंगिक हैं.
बाल गंगाधर तिलक के अनमोल विचार और कोट्स हमारे जीवन को पूरी तरह से बदल सकते हैं. जो व्यक्ति अपने जीवन में कोई मुकाम प्राप्त करना चाहता है या किसी भी क्षेत्र में सफल होना चाहता हैं तो उसे निश्चित तौर पर बाल गंगाधर तिलक के अनमोल विचार पढ़ने चाहिए.
बाल गंगाधर तिलक के अनमोल विचार
बाल गंगाधर तिलक के अनमोल विचार – इस लेख में बाल गंगाधर तिलक के 25 अनमोल विचार आपको बताने जा रहे हैं-
1. स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा.
2. आपका लक्ष्य स्वयं को प्राप्त करना पड़ेगा, यह किसी जादू से पूरा नहीं होगा.
3. आलसी व्यक्तियों के लिए भगवान अवतार नहीं लेते हैं. जो मेहनत करते हैं, भगवान उनकी मदद करते हैं इसलिए आज से ही काम करना शुरू करें.
4. अपनी कमजोरियों पर ध्यान नहीं दें, शक्तिशाली बने और यह विश्वास रखें कि भगवान हमेशा आपके साथ हैं.
5. मानव स्वाभाविक रूप से उत्सव प्रिय होता है, हमें अपने उत्सवों का सम्मान करना चाहिए.
6. खतरों और असफलताओं का डटकर सामना करना चाहिए क्योंकि सफलता के मार्ग में यह तो आएंगे ही.
7. सुबह उदय होने के लिए संध्याकाल में सूर्य अंधकार में डूबता है क्योंकि अंधकार में जाए बिना प्रकाश की प्राप्ति नहीं हो सकती है.
8. बिना कष्ट उठाए स्वतंत्रता नहीं मिल सकती है.
9. अगर भगवान छुआछूत का समर्थन करते हैं तो मैं भगवान के पक्ष में नहीं रहूंगा.
10. महान उपलब्धियां आसानी के साथ प्राप्त नहीं होती है और जो आसानी के साथ प्राप्त हो जाती है वह महान नहीं होती है, यह एक सर्वमान्य नियम है.
11. लोहा गरम हो तभी उस पर चोट करनी चाहिए, इससे निश्चित तौर पर आपको सफलता प्राप्त होगी.
12. मानव का मुख्य लक्ष्य भोजन प्राप्त करना नहीं है, एक कौवा भी जिंदा रहता है और जूठन पर पलता है.
13. वर्तमान शासन की वजह से भारत में गरीबी है.
14. कर्तव्य पथ पर गुलाब जल नहीं चढ़ता होता है और ना ही उस पर गुलाब उगते हैं, यह एक कठिन रास्ता है.
15. आप केवल कर्म करो परिणाम अच्छा होगा.
16. भारत का तब तक खून बहाया जा रहा है, जब तक यहां केवल कंकाल शेष ना रह जाए.
17. हमें अपने हितों की रक्षा के लिए स्वयं जागरूक होना चाहिए, दूसरों को क्या पड़ी है. हमें लक्ष्य प्राप्ति के लिए निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए.
18. एक बहुत प्राचीन सिद्धांत है कि जो व्यक्ति स्वयं की सहायता करता है, भगवान भी उसकी मदद करता है.
19. अगर आप राह में भौंकने वाले कुत्ते पर पत्थर मारेंगे तो आप कभी अपने गंतव्य स्थान तक नहीं पहुंच पाएंगे. इसलिए अपने हाथ में बिस्किट रखें और लक्ष्य की तरफ बढ़ते जाएं.
20. सही रास्ते मिलने तक समय बर्बाद ना करें, रास्ते इंतजार के लिए नहीं बल्कि चलने के लिए है.
21. जीवन ताश के पत्तों के खेल की तरह है, सही शब्दों का चयन हमारे हाथ में नहीं है, लेकिन ऐसे पत्ते खेलना हमारे हाथ में है जो हमें सफलता की सीढ़ी पर पहुंचाएं.
22. एक अच्छे अखबार के शब्द खुद ब खुद बोल पड़ते हैं.
23. देश की स्वतंत्रता के लिए प्रयत्न करना सामाजिक सुधारों से अधिक महत्वपूर्ण है.
24. बारिश कम होने की वजह से अकाल पड़ता है, लेकिन यह सच्चाई है कि भारत के लोगों की इससे लड़ने में शक्ति नहीं है.
25. धर्म और व्यवहारिक जीवन अलग नहीं है. संयास लेना जीवन का त्याग करना नहीं है. असली भावना सिर्फ अपने लिए काम करने की बजाय देश को अपना परिवार बना कर मिलजुल कर काम करना है, जिसके बाद का कदम मानवता की सेवा करना है और अगला कदम ईश्वर की सेवा करना है इन कामों को निरंतर करते रहना चाहिए.
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