इतिहास की प्रमुख पुस्तकें || 15 Best History Books
प्रत्येक व्यक्ति को अपना गौरवशाली इतिहास जरूर जानना चाहिए ताकि हम अपनी संस्कृती, इतिहास, रहन सहन का तरीका और अपने पूर्वजों के बारे में जान सके. इतिहास को जानने का मुख्य स्त्रोत किताबे होती हैं लेकिन यह एक मुश्किल काम है कि वो कौनसी अच्छी किताबें हैं जो हमारे स्वर्णिम और गौरवशाली इतिहास की सही एवम् सटीक जानकारी प्रदान करती हैं.
हिंदी में इतिहास की बेस्ट किताबें ढूंढना थोड़ा मुश्किल होता हैं अतः आपकी इस समस्या का समाधान करने के लिए हम उन ऐतिहासिक किताबों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जो निश्चित तौर पर आपके लिए मील का पत्थर साबित होगी.
“Best History Books” कि जिन महत्त्वपूर्ण किताबों के बारे में हम चर्चा करेंगे वो पाषाण काल से लेकर आधुनिक भारत का इतिहास बताती हैं.
मानव उत्पति पर आधारित Best History Books
मानव जीवन की उत्पति को लेकर तरह तरह के कयास लगाए जाते हैं लेकिन यदि आप मानव उत्पति पर आधारित इतिहास की प्रमुख पुस्तकों कि खोज में हैं तो आपको निम्नलिखित किताबों को जरूर पढ़ना चाहिए-
[1] वैदिक विश्व राष्ट्र का इतिहास
“वैदिक विश्व राष्ट्र का इतिहास” नामक पुस्तक के लेखक पुरुषोत्तम नागेश ओक हैं. यह पुस्तक मानव उत्पति और हमारी अतिप्राचीन संस्कृती का बहुत ही सुंदर व्याख्यान करती हैं. इस पुस्तक में जो ऐतिहासिक स्त्रोत और तर्क दिए गए हैं वह बहुत ही सटीक और सत्यता के निकट है. इस किताब को पढ़ने के बाद इतिहास के संबंध में आपके कई संशय दूर हो जाएंगे.
आधुनिक इतिहासकार इतिहास को 5000 वर्ष पूर्व से शुरू करते हैं जबकि यह पुस्तक लाखों वर्षों का इतिहास बताती है. कई तर्क, वितर्क और सिद्धांतों के द्वारा इस किताब में लिखित इतिहास यह बताता है कि कैसे संपूर्ण विश्व वैदिक संस्कृति को मानने वाला था. धीरे-धीरे उसका विभाजन कैसे हुआ? सनातन धर्म के बाद दूसरे धर्मों का उदय कैसे हुआ? आदि प्रश्नों का सटीक जवाब आपको इस पुस्तक में मिलेगा.
इस पुस्तक के लेखक “पुरुषोत्तम नागेश ओक” ने कई नए नवेले इतिहासकारों को चैलेंज भी किया है कि उनके द्वारा प्रतिपादित सिद्धांतों और तर्कों को खारिज करके दिखाएं लेकिन कोई भी इतिहासकार यह हिम्मत नहीं जुटा पाया.
[2] सेपियंस (Sapiens)
Best History Books की सीरीज में सेपियंस मानव जाति का संक्षिप्त इतिहास बताती एक सर्वश्रेष्ठ और बेस्टसेलिंग किताब हैं जिसका लेखक युवाल नोआ हरारी हैं.
इस किताब में बताया गया है कि आज से लगभग 1,00,000 साल पहले धरती पर मनुष्यों की 6 प्रजातियां थी लेकिन वर्तमान में सिर्फ एक प्रजाति रह गई है.
इस पुस्तक में प्रागैतिहासिक काल से लेकर आधुनिक युग तक मानव जाति के विकास की क्रमिक यात्रा को सरल शब्दों में बताया गया है. आखिर कैसे 6 प्रजातियों से आगे निकलकर हमारी प्रजाति ने विकास किया यह सब इस पुस्तक में बहुत ही सरलता के साथ बताया गया है.
जिसमें यह बताया गया है कि भोजन की खोज, शहरों की खोज, मानव अधिकार, धन दौलत, कानून, समय सारणी और हम उपभोक्तावाद के गुलाम कैसे बन गए? साथ ही इस किताब में यह भी बताया गया है कि आने वाले हजारों वर्षों में यह दुनिया कैसी होगी? यह सब पढ़कर आपको भी लग रहा होगा कि वास्तव में इतिहास पर आधारित यह किताब (History Books In Hindi) बहुत ही रोचक होगी.
[3] ह्यूमनकाइंड (Humankind)
मानव जाति के आशावादी इतिहास पर आधारित इस पुस्तक के लेखक रूत्खेर ब्रेखमान हैं. इस पुस्तक में 2,00,000 वर्ष पुराने सिद्धांतों का प्रतिपादन किया गया है. लॉर्ड ऑफ द फ्लाइज से लेकर ब्लिट्ज के बाद सामने आए सहयोग और मानवीय दयालुता और परोपकार हमारे सोचने के ढंग को किस तरह बदल सकते हैं और हमारे समाज में वाक्य परिवर्तन लाने की भूमिका निभा सकते हैं. कुल मिलाकर यह किताब इतिहास के साथ-साथ मानव स्वभाव के दृष्टिकोण के बारे में लिखी गई है.

[4] प्राचीन एवं पूर्व मध्यकालीन भारत का इतिहास
इतिहासकार और लेखक उपिंदर सिंह द्वारा लिखित इस किताब में पाषाण काल से लेकर 12वीं शताब्दी तक का इतिहास पढ़ने को मिलता है. इस ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण किताब में विभिन्न पुरातात्विक स्त्रोतों की व्याख्या, पुरापाषाण तथा मध्य पाषाण युग का इतिहास, खाद्य संग्रह से खाद्य उत्पादन की क्रिया, हड़प्पा सभ्यता, प्राचीन शहर, प्राचीन सभ्यता, विभिन्न साम्राज्य आदि विषयों पर गहन अध्ययन करके इस पुस्तक को लिखा गया है. वास्तविक और सटीक इतिहास जानने और समझने के लिए तथा पाषाण काल से लेकर 12 वीं शताब्दी तक का इतिहास स्त्रोतों पर आधारित और तर्कसंगत इस पुस्तक में पढ़ने को मिलता है.

प्राचीन भारत के इतिहास पर आधारित Best History Books
[1] भारत का प्राचीन इतिहास (India’s Ancient Past)
रामशरण शर्मा द्वारा लिखित यह पुस्तक प्राचीन भारत के इतिहास के बोलते पन्नों के जैसी लगती है. इस किताब में लगभग 400 पेज है जो प्राचीन भारत के इतिहास को कवर करते हैं. इस किताब में कालांतर में कैसे विभिन्न सभ्यताओं का उदय हुआ और उनकी क्या स्थिति थी के बारे में लिखा गया है. विभिन्न धर्मों के उत्थान एवं पतन पर भी यह किताब फोकस डालती है.
वैदिक काल, नवपाषाण युग, ताम्रयुग और हड़प्पा सभ्यता से संबंधित साक्ष्य इस पुस्तक में मिलते हैं. प्राचीन साम्राज्य जिनमें मोर्य साम्राज्य, मगध साम्राज्य, सातवाहन साम्राज्य, गुप्त साम्राज्य और राजा हर्षवर्धन के शासनकाल के संबंध में लिखा गया है. इस पुस्तक की मुख्य विशेषता यह है कि यह कालक्रम में लिखी गई हैं.

[2] आरंभिक भारतीय (Early Indians)
टोनी जोसेफ द्वारा लिखित यह पुस्तक भारतीय कौन हैं और कहां से आए हैं पर आधारित हैं. टोनी जोसेफ एक पत्रकार थे वो बताते हैं कि 65000 वर्षों के अतीत में जाने से पता चलता है कि कैसे मानवों के समूह ने सबसे पहले अफ्रीका से भारतीय उपमहाद्वीप का सफर किया. इस पुस्तक में DNA प्रमाणों का हवाला देते हुए बताया गया कि 7000 ईसा पूर्व और 3000 ईसा पूर्व के बीच बड़े पैमाने पर ईरान से कृषकों का आगमन हुआ था तथा दो हजार ईसा पूर्व और 1000 ईसा पूर्व के मध्य कई पशु पालक यहां पर आए.
प्राचीन भारत के इतिहास पर आधारित इतिहास की प्रमुख पुस्तकों शामिल इस किताब में इन महत्वपूर्ण सवालों का जवाब मिलता है कि हड़प्पा के लोग कौन थे? क्या आर्यों का भारत में वास्तविक आगमन हुआ था? क्या उत्तर भारतीय आनुवांशिक रूप से दक्षिण भारतीयों से अलग हैं? इन प्रश्नों का सटीक और प्रमाणित व्याख्यान करती यह पुस्तक बहुत महत्वपूर्ण.

[3] धर्मशास्त्र का इतिहास (Dharma Shastra ka Itihas)
भारतीय इतिहास पर आधारित एक बेहद रोचक किताब हैं, जिसे भारत रत्न पांडुरंग वामन और अर्जुन चौबे कश्यप द्वारा लिखी गई हैं. यह किताब भारत के धर्म और संस्कृती के प्रारंभिक इतिहास पर आधारित है. यह बहुत बड़ी किताब हैं जिसमें ऐसे ही महत्वपूर्ण ग्रंथों एवं इतिहासकारों के सम्बंध में भी जानकारी प्राप्त होती हैं.
[4] इंडिका (Indika)
मौर्यकालीन भारतीय इतिहास पर आधारित यह किताब एक यूनानी लेखक मेगस्थनीज द्वारा लिखी गई थी. संस्कृत और ग्रीक भाषा के विद्वान मेगस्थनीज ने बहुत ही सुन्दर तरीके से प्राचीन भारत के इतिहास को शब्दों में पिरोया है.
[5] राजतरंगिणी (Rajatarangini)
प्रसिद्ध कवि कल्हण द्वारा रचित यह ग्रंथ कश्मीर के आरंभ से लेकर कवि कल्हण के जीवनकाल तक का इतिहास मिलता है. इस पुस्तक में इस समय के भारत की झलक देखने को मिलती हैं. वर्तमान समय में ज्यादातर इतिहासकार उस समय के भारत का इतिहास जानने के लिए इस Best History Books का रेफरेंस देते हैं.
मध्यकालीन भारत के इतिहास पर आधारित
[1] मध्यकालीन भारत (L.P. Sharma)
एल.पी. शर्मा द्वारा लिखित मध्यकालीन भारत (Mediaeval India) नामक किताब मध्यकालीन भारत के इतिहास के संबंध में एक बहुत अच्छी किताब है.
[2] मध्यकालीन भारत (सौरभ चौबे)
मध्यकालीन भारत के इतिहास पर आधारित यह पुस्तक परीक्षोपयोगी किताब हैं. इसमें इस्लाम का उदय ,सिंध पर अरबों का आक्रमण ,महमूद गजनवी और मोहम्मद गौरी, दिल्ली सल्तनत ,सल्तनतकालीन प्रशासन और संस्कृति ,शिक्षा का विकास ,सल्तनत की सीमांत निति ,मध्यकालीन इतिहास लेखन ,सूफीवाद एवं भक्ति आंदोलन , प्रांतीय राज्य ,मुग़ल वंश ,मराठा और मुग़ल प्रशासन और संस्कृति जैसे महत्वपूर्ण टॉपिक्स को कवर किया गया हैं.
[3] मध्यकालीन भारत (सतीश चंद्र)
मध्यकालीन भारत के इतिहास पर लेखक सतीश चंद्र द्वारा लिखित यह एक बहुत अच्छी किताब हैं.
इतिहास पर आधारित अन्य
[1] भारत: गांधी के बाद
इस किताब के लेखक रामचंद्र गुहा है. इस किताब को बहुत सारे इनाम मिल चुके हैं.
स्वतंत्रता के बाद की महत्वपूर्ण घटनाओं की साक्षी हैं. यह किताब पाठकों को उस वास्तविकता से अवगत कराती हैं जो अब तक छुपे हुए हैं. कैसे भारतीय लोकतंत्र की नींव रखी गई, जहां पर धर्म, जाति, वर्ग और भाषा के नाम पर कई क्रूर घटनाएं हुई. इस किताब में स्वतंत्रता के बाद विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में हुए संघर्ष और दर्द को समझाने के लिए कई तथ्य और आंकड़े मौजूद हैं.
जब अंग्रेज चले गए उसके बाद भारत के ही मुख्य विरोधी और संघर्षों के बारे में इस किताब में अच्छे से बताया गया है. साथ ही ऐसी उपलब्धियां भी इस किताब में बताई गई है जिसे जानकर हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है. भारत में हुए आतंकी हमले, संघर्षों और कई विवादास्पद मुद्दों का सामना करने के बाद भी भारत गणराज्य कैसे बच गया और कैसे भारतीय एकजुट हुए आदि का उल्लेख इस क़िताब में शामिल हैं.
भारत की प्रसिद्ध हस्तियों के व्यक्तिगत और राजनीतिक जीवन का वर्णन भी इस किताब में मिलता है. इसके अलावा इस किताब के मुख्य टॉपिक की बात की जाए तो इसमें आजादी में राष्ट्रपिता की हत्या, विभाजन का तर्क, टोकरी में सेब, एक रक्तरंजित हसीन वादी, शरणार्थी समस्या और गणराज्य, एक नार भारत की परिकल्पना, इतिहास का सबसे बड़ा दाव, राष्ट्र व विश्व, देश का पुनर्गठन, प्रकृति पर विजय, कानून एवं इसके निर्माता, कश्मीर की रक्षा, आदिवासी समस्या, दक्षिण से चुनौती, पराजय का अनुभव, शांति का प्रयास और अल्पसंख्यक व दलित से संबंधित सभी मुद्दों पर बहुत ही बारीकी से लिखा गया है.
[2] मुगल कालीन भारत
मुगल कालीन भारत नामक किताब में मुगल शब्द का अर्थ बताया गया है साथ ही इसमें मुगल आक्रांता बाबर, हुमायूं ,अकबर, जहांगीर और शाहजहां के बारे में लिखा गया हैं. इसके अलावा इस पुस्तक में मुगल प्रशासनिक व्यवस्था, मुगल शासक वर्ग, मुगलकालीन अर्थव्यवस्था, मुगल नीतियां, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा मुगल कालीन समाज आदि के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया है.
[3] भारत की खोज
जवाहरलाल नेहरू द्वारा लिखित इस किताब में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान पूरी घटनाओं का जिक्र किया गया है. साथ ही सिंधु घाटी सभ्यता से लेकर आजाद भारत के लिए हुए संघर्ष और आंदोलनों के बारे में इसमें जानकारी मिलती है.
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