जगन्नाथ मंदिर के बारे में 10 पंक्तियां

जगन्नाथ मंदिर के बारे में 10 पंक्तियां– जगन्नाथ मंदिर भगवान श्रीकृष्ण का मंदिर हैं पूरी में स्थित हैं. यह वैष्णव सम्प्रदाय का मंदिर हैं जो भगवान विष्णु के 8वें अवतार श्रीकृष्ण को समर्पित एक बहुत ही भव्य मंदिर हैं. यह उड़ीसा के पूरी में स्थित हैं. जगन्नाथ का मतलब हैं जगत के नाथ अर्थात सम्पूर्ण विश्व के स्वामी. इस स्थान को पहले पूरी नगरी के नाम से जाना जाता था.

हिन्दू धर्म में “चारधाम यात्रा” में यह मंदिर शामिल हैं. जगन्नाथ मंदिर का मुख्य ढांचा एक 214 फिट ऊँचे पत्थर के चबूतरे पर बना हुआ हैं. जगन्नाथ मंदिर भारत के पवित्र और मशहूर धामों में से एक है. यह मंदिर भारतीय राज्य ओडिशा के पुरी शहर में स्थित है और हिंदू धर्म का महत्वपूर्ण तीर्थस्थान है.

इस लेख में हम आपको जगन्नाथ मंदिर के बारे में 10 पंक्तियां के माध्यम से जानकारी देने का प्रयास करेंगे.

जगन्नाथ मंदिर के बारे में 10 पंक्तियां

जगन्नाथ मंदिर के बारे में 10 पंक्तियां निम्नलिखित हैं-

  • प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर ओडिशा राज्य के पुरी शहर में स्थित है. यह भारत के सबसे प्रमुख और प्रसिद्ध हिंदू धार्मिक स्थलों में से एक है। यह मंदिर वक्र रेखीय आकार में बना हुआ हैं. इसके शिखर पर सुदर्शन चक्र मंडित हैं.
  • यह मंदिर हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है क्योंकि यहां भगवान जगन्नाथ, भगवती सुभद्रा और भक्त वामनदेव की मूर्तियां स्थापित हैं साथ यह मंदिर चारधाम यात्रा में शामिल हैं. इसमें जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की पूजा होती हैं.
  • इस मंदिर का निर्माण का श्रेय गंगवंश के शासक अनंतवर्मन चोडागंगदेव को जाता हैं जिन्होंने इसके निर्माण को शुरू किया था. मंदिर के वर्तमान स्वरुप को 12वीं शताब्दी में उड़ीसा के राजा अनंग भीम देव द्वारा आकार दिया गया था.
  • जगन्नाथ मंदिर में चारों मुख्य द्वारों से प्रवेश किया जा सकता है, जिनमें से एक सिंहद्वार के रूप में जाना जाता है. इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत यह हैं कि इस मंदिर के ऊपर लगी ध्वजा हमेशा हवा की विपरीत दिशा में उड़ती हैं.
  • यह मंदिर अपनी सुंदर वास्तुशिल्प और शैली के लिए प्रसिद्ध है. इसके मध्यभाग में त्रिभुवनेश्वरी, वीमान और मुख्य गोपुर शामिल हैं जो मंदिर की शोभा और गौरव को बढ़ाते हैं.
  • यहां परंपरागत रूप से अनेक सामरिक और धार्मिक आयोजन आयोजित किए जाते हैं. जगन्नाथ रथयात्रा इस मंदिर का सबसे प्रसिद्ध और महत्वपूर्ण आयोजन है, हर वर्ष रथयात्रा में लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं. यह रथ यात्रा हिन्दू आस्था का प्रतिक हैं.
  • मंदिर कि सजावट, साफ-सफाई, भगवान की मूर्तियों का अद्भुत दर्शन और आध्यात्मिक वातावरण इसे देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र हैं.
  • जगन्नाथ मंदिर का विशेष महत्त्व और रोचक इतिहास भी है. इसके निकट ही कनक वटिका और पुरी समुद्र तट स्थित हैं, जो पर्यटन के लिए भी प्रसिद्ध हैं.
  • जगन्नाथ मंदिर का अद्वितीय स्थान ओडिशा की संस्कृति और धार्मिकता में है. यह धर्म के प्रतीक होने के साथ-साथ विज्ञान, तांत्रिकता और कला का एक महत्त्वपूर्ण सेंटर भी है.
  • ब्रह्मा और स्कन्द पुराण के अनुसार जगन्नाथ भगवान को पहले नीलमाधव नाम से पूजे जाते थे क्योंकि इसी स्वरुप में वो अवतरित हुए थे. यह मंदिर 37000 वर्ग मीटर में फैला हुआ हैं. यह मंदिर वैष्णव परम्पराओं और संत रामानंद से जुड़ा हुआ हैं.
रथ यात्रा के पीछे की कहानी

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