महाराणा प्रताप के जीवन से सीख

भारत के अजेय योद्धा और मेवाड़ की शान वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के जीवन से आज के समय में बहुत कुछ सीखा जा सकता हैं। साथ ही अपने जीवन को आसान और व्यवस्थित तरीके से जिया जा सकता हैं। महाराणा प्रताप का जीवन बहुत ही संघर्षपूर्ण रहा उन्होंने मेवाड़ की आन बान और शान के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया।

इस लेख में हम पढ़ेंगे की महाराणा प्रताप के जीवन से सीख जो हमारा जीवन बदल सकती हैं।

महाराणा प्रताप के जीवन से सीख

महाराणा प्रताप के जीवन से निम्नलिखित सीख मिलती हैं जो हमें जीवन जीने का नया तरीका सिखाती है-

[1] समय बहुत बलवान होता है महाराणा प्रताप जैसे राजा को भी घास की रोटी खाने के लिए मजबूर कर देता है।

[2] विषम परिस्थितियों में, कठिनाइयों में और जब समय पक्ष का नहीं हो तब भी जो व्यक्ति हार नहीं मानता है वह व्यक्ति निश्चित तौर पर हार कर भी जीत जाता है।

[3] महाराणा प्रताप के जीवन से सबसे बड़ी सीख यह मिलती है कि मनुष्य को हमेशा अपने आत्मसम्मान और गौरव को बचाकर रखना चाहिए। आत्म सम्मान और गौरव धन से ज्यादा कीमती होते हैं।

महाराणा प्रताप का घोडा।

[4] मनुष्य को अपने चुने हुए रास्ते पर निरंतर और अडिग रूप से आगे बढ़ते जाना चाहिए, क्योंकि ऐसे व्यक्तियों को समय निश्चित रूप से प्रतिफल देता है।

[5] महाराणा प्रताप के जीवन से एक सीख यह भी मिलती है कि जो व्यक्ति चुने हुए रास्ते पर, अपने लक्ष्य को दिमाग में रखकर परिश्रम करता है और आत्म शक्ति को कमजोर नहीं होने देता है, निश्चित रूप से सफलता प्राप्त करता है।

[6] आत्म सम्मान खो चुके व्यक्ति से मृत्यु अच्छी है।

[7] अन्याय और अधर्म का विनाश करना हम सभी का कर्तव्य है।

[8] मनुष्य जीवन एक बार मिलता है इसे व्यर्थ में नहीं गंवाना चाहिए। नाही ऐसो आराम में जीवन बिताना चाहिए, प्रत्येक व्यक्ति के लिए राष्ट्र की सेवा सर्वोपरि होना चाहिए।

[9] महाराणा प्रताप के जीवन से सीख मिलती है कि विश्व के किसी भी कोने में घुम आओ सिर्फ दो लोगों के ही दुश्मन मिलेंगे पहला जो सफल होंगे और दूसरा उनके जो शौर्यवान होंगे।

[10] सुखमय जीवन जीने के लिए परिश्रम के साथ-साथ सत्य और संतोष का होना जरूरी है, लेकिन किसी भी परिस्थिति में अन्याय को सहन नहीं किया जाना चाहिए।

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