सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

पश्चिमी गंग वंश सामान्य ज्ञान (Paschimi Gang Vansh GK).

पश्चिमी गंग वंश सामान्य ज्ञान एक महत्वपूर्ण और परीक्षोपयोगी टॉपिक हैं. पश्चिमी गंग वंश भारत का एक प्राचीन राजवंश था, जिसने कर्नाटक पर राज्य किया. पश्चिमी गंग वंश का शासन काल या अस्तित्व 350 ईस्वी से 1000 ईस्वी तक रहा. पल्लव वंश के पतन के साथ ही बहुत से स्वतंत्र राज्यों और शासकों का उदय हुआ, जिनमें पश्चिमी गंग वंश के शासक भी शामिल थे.

पश्चिमी गंग वंश सामान्य ज्ञान

पश्चिमी गंग वंश सामान्य ज्ञान से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर निम्नलिखित हैं-

1. पश्चिमी गंग वंश के शासक किस गोत्र के थे?

उत्तर- काण्वायन गौत्र.

2. पश्चिमी गंग वंश ने कहां पर शासन किया था?

उत्तर- कर्नाटक.

3. पश्चिमी गंग वंश का शासनकाल क्या था?

उत्तर- 350 ईस्वी से 1000 ईस्वी तक.

4. पश्चिमी गंग वंश की प्रारंभिक राजधानी क्या थी?

उत्तर- कोलार (कुलवुल).

5. कोलार के बाद गंग वंश ने किसे अपनी राजधानी बनाया?

उत्तर- तलवाड़ ( तलवनपुर, मैसूर).

6. पश्चिमी गंग वंश के संस्थापक कौन थे?

उत्तर- दिदिग.

7. पश्चिमी गंग वंश का प्रथम राजा कौन था?

उत्तर- कोंगानिवर्मन.

8. पश्चिमी गंग वंश की उत्पत्ति किस वंश से मानी जाती है?

उत्तर- इक्ष्वाकु वंश.

9. पश्चिमी गंग वंश के शासक किस धर्म के अनुयाई थे?

उत्तर- जैन धर्म और कुछ लोग हिंदू धर्म के.

10. पश्चिमी गंग वंश के शासकों की भाषा क्या थी?

उत्तर- कन्नड़ और संस्कृत.

11. गंग वंश का अंतिम शासक कौन था?

उत्तर- राजमल्ल पंचम (रक्कस गंग).

12. गंग वंश का अंत किसने किया?

उत्तर- चोल शासक राजाराम चोल प्रथम ने.

13. गंग वंश की शाखाओं के नाम बताइए?

उत्तर- गंग वंश की दो शाखाएं थी एक पूर्वी शाखा और दूसरी पश्चिमी शाखा.

14. गंग वंश की पूर्वी शाखा ने कहां पर शासन किया था?

उत्तर- गंग वंश की पूर्वी शाखा ने कलिंग पर पांचवीं शताब्दी में शासन किया था.

15. गंग वंश की पश्चिमी शाखा ने कहां पर शासन किया था?

उत्तर– गंग वंश की पश्चिमी शाखा ने मैसूर तथा कावेरी के बेसिन पर चौथी शताब्दी में शासन किया था.

16. पश्चिमी गंग वंश का सबसे महत्वपूर्ण शासक कौन था?

उत्तर- माधव प्रथम.

17. पश्चिमी गंग वंश का सर्वाधिक शक्तिशाली और वीर शासक कौन था?

उत्तर- दुर्विनिति.

18. भारवि रचित किरातार्जुनीयम् पर टीका लिखने वाला गंग वंशी शासक कौन था?

उत्तर- दुर्विनिति.

19. दुर्विनिति ने किस पैशाची ग्रंथ का संस्कृत में अनुवाद किया था?

उत्तर- वृहत्कथा.

20. पल्लवों और राष्ट्रकुटों को पराजित करने वाला गंग वंशीय शासक कौन था?

उत्तर- श्रीपुरूष.

21. भूमि अनुदान ओं के लिए इतिहास में किस वंश के शासक सर्वाधिक प्रसिद्ध है?

उत्तर- गंग वंश के शासक.

22. पश्चिमी गंग वंश के पतन का मुख्य कारण क्या था?

उत्तर- पारिवारिक कलह.

23. दुर्विनिति किसका शिष्य था?

उत्तर- जैन वैयाकरण पूज्यपाद.

24. शब्दावतार नामक ग्रंथ की रचना किसने की?

उत्तर- गंग वंश के शासक दुर्विनिति ने.

25. संस्कृत के प्रख्यात कवि भारवि का संरक्षक कौन था?

उत्तर- दुर्विनिति.

26. बाण नरेश जगदेकमल को पराजित करने वाला गंग वंशीय शासक कौन था?

उत्तर- श्रीपुरुष.

27. किसका राज्य श्रीराज्य कहलाता था और क्यों?

उत्तर- श्रीपुरुष का कयोंकि उन्होंने राज्य की सीमा की समृद्धि चरम सीमा तक पहुंचाई थी.

28. राष्ट्रकुट शासक अमोघवर्ष प्रथम के समय गंग वंश का शासक कौन था?

उत्तर- राजमल्ल द्वितीय.

29. अमोघवर्ष प्रथम की बेटी का विवाह किसके साथ हुआ था?

उत्तर- बुतुंग प्रथम.

30. अमोघ वर्ष की बेटी का नाम क्या था?

उत्तर- चंद्रोंबेलब्बा.

31. राष्ट्रकूट शासक कृष्ण तृतीय की बहन रेवका का विवाह किस गंग वंशीय शासक के साथ हुआ था?

उत्तर- बुतुंग द्वितीय.

यह भी पढ़ें-

मौर्य वंश सामान्य ज्ञान.

सातवाहन वंश सामान्य ज्ञान.

कण्व वंश सामान्य ज्ञान.

चोल वंश सामान्य ज्ञान.

गुप्त वंश सामान्य ज्ञान.

पुष्यभूति वंश सामान्य ज्ञान

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

शिवजी के बारह ज्योतिर्लिंगों के नाम, स्थान, स्तुति मंत्र || List Of 12 Jyotirlinga

List Of 12 Jyotirlinga- भारत में 12 ज्योतिर्लिंग हैं. भगवान शिव को मानने वाले 12 ज्योतिर्लिंगो के दर्शन करना अपना सौभाग्य समझते हैं. पौराणिक मान्यता के अनुसार ऐसा कहा जाता हैं कि इन स्थानों पर भगवान शिव ज्योति स्वररूप में विराजमान हैं इसी वजह से इनको ज्योतिर्लिंग के नाम से जाना जाता हैं. 12 ज्योतिर्लिंग अलग-अलग स्थानों पर स्थित हैं. इस लेख में हम जानेंगे कि 12 ज्योतिर्लिंग की उत्पत्ति कैसे हुई? 12 ज्योतिर्लिंग कहाँ-कहाँ स्थित हैं? 12 ज्योतिर्लिंग के नाम और स्थान. यहाँ पर निचे List Of 12 Jyotirlinga दी गई हैं जिससे आप इनके बारे में पूरी जानकारी हासिल कर पाएंगे. 12 ज्योतिर्लिंग के नाम और स्थान सूचि ( List Of 12 Jyotirlinga ) 12 ज्योतिर्लिंग के नाम और स्थान सूचि (List Of 12 Jyotirlinga) निम्नलिखित हैं- क्र. सं. ज्योतिर्लिंग का नाम ज्योतिर्लिंग का स्थान 1. सोमनाथ (Somnath) सौराष्ट्र (गुजरात). 2. मल्लिकार्जुन श्रीशैल पर्वत जिला कृष्णा (आँध्रप्रदेश). 3. महाकालेश्वर उज्जैन (मध्य प्रदेश). 4. ओंकारेश्वर खंडवा (मध्य प्रदेश). 5. केदारनाथ रूद्र प्रयाग (उत्तराखंड). 6. भीमाशंकर पुणे (महाराष्ट्र). 7...

महाराणा प्रताप का इतिहास || History Of Maharana Pratap

प्रातः स्मरणीय महाराणा प्रताप (Maharana Pratap) का नाम सुनते ही हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है. वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप भारतीय इतिहास के एकमात्र ऐसे योद्धा थे जिन्हें शीश कटाना मंजूर था लेकिन किसी के सामने झुकाना नहीं. चित्तौड़गढ़ के सिसोदिया वंश में जन्म लेने वाले महाराणा प्रताप का नाम इतिहास के स्वर्णिम पन्नों में हमेशा के लिए अंकित रहेगा. सभी देश प्रेमी आज भी प्रातः उठकर महाराणा प्रताप की वंदना करते हैं. देशप्रेम, स्वाधीनता, दृढ़ प्रतिज्ञा, निर्भिकता और वीरता महाराणा प्रताप की रग-रग में मौजूद थी. मुगल आक्रांता अकबर ने महाराणा प्रताप को झुकाने के लिए अपना सब कुछ झोंक दिया लेकिन दृढ़ प्रतिज्ञा के धनी महाराणा प्रताप तनिक भी ना झुके. महाराणा प्रताप का पूरा नाम महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया था. स्वाधीनता और स्वाभिमान का दूसरा नाम थे महाराणा प्रताप जो कभी किसी के सामने झुके नहीं चाहे परिस्थितियाँ कुछ भी हो, मुग़ल आक्रांता अबकर भी शोकाकुल हो उठा जब उसने वीर महाराणा प्रताप की मृत्यु की खबर सुनी. महाराणा प्रताप का इतिहास, जन्म और माता-पिता (Maharana Pratap History In Hindi) महा...

हिंदी भाषा का इतिहास || History Of Hindi Language

हमारा इतिहास हिंदी भाषा से हैं लेकिन हिंदी भाषा का इतिहास 1000 वर्षों से भी अधिक प्राचीन हैं. हिंदी का इतिहास और कालखंड अतिप्राचीन हैं. “ वैदिक विश्व राष्ट्र का इतिहास ” नामक पुस्तक से ज्ञात होता है कि वैदिक काल में संपूर्ण विश्व में संस्कृत भाषा बोली जाती थी. यह देव भाषा भी थी. इसी संस्कृत भाषा से वर्तमान में प्रचलित समस्त भाषाओं का उद्भव और विकास हुआ जिनमें हिंदी भी एक है. हिंदी का इतिहास प्राचीन होने के साथ-साथ गौरवशाली भी है. हजारों वर्षों से हिंदी भाषा भारत और समीपवर्ती कई देशों की मुख्य भाषा के रूप में बोली जाती रही है. समय के साथ साथ इसका स्वरूप बदलता गया. वर्तमान समय में हिंदी भाषा बहुत तेजी के साथ विकास कर रही है. कई अंग्रेजी देशों में भी हिंदी भाषा को महत्व मिला है और इसे विभिन्न पाठ्यक्रमों में शामिल किया गया है. हिंदी का इतिहास और कालखंड के बारे में हम विस्तृत रूप से जानेंगे. हिंदी की उत्पत्ति कैसे हुई? हिंदी भाषा का इतिहास बताता है कि हिंदी की उत्पत्ति विश्व की सबसे प्राचीनतम भाषा संस्कृत से हुई है. वही “हिंदी शब्द” की उत्पत्ति सिंधु से हुई है. सि...