Mahaveer Jayanti 2025- महावीर जयंती के संबन्ध में 10 तथ्य.
Mahaveer Jayanti 2025- महावीर जयंती जैन समुदाय द्वारा मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहार है जो पूरी दुनिया में मनाया जाता है. महावीर जयंती जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर के जन्म दिवस पर मनाई जाती है. वर्ष 2025 में भगवान महावीर जयंती 10 अप्रैल को मनाई जाएगी.
Mahaveer Jayanti 2025- महावीर जयंती के संबंध में 10 महत्वपूर्ण तथ्य
Mahaveer Jayanti 2025- महावीर जयंती 10 अप्रैल 2025 को मनाई जाएगी. भगवान महावीर जयंती के संबंध में 10 महत्वपूर्ण तथ्य निम्नलिखित है-
[1] भगवान महावीर का जन्म 599 ईसा पूर्व में वैशाली में हुआ था, जो वर्तमान में बिहार (भारत) में स्थित है.
[2] महावीर जयंती (Mahaveer Jayanti) हिंदू कैलेंडर के अनुसार चैत्र मास के 13वें दिन मनाई जाती है जो आमतौर पर मार्च या अप्रैल में आती है.
[3] जैन धर्म के अनुयाई महावीर जयंती को बड़े ही उत्साह और भक्ति के साथ मनाते हैं.
[4] भगवान महावीर जयंती के दिन रथयात्रा निकाली जाती है, जिसमें भगवान महावीर की मूर्ति को रथ में बिठाकर जुलूस निकाला जाता है, यह बहुत ही भव्य होता है.
[5] भगवान महावीर जयंती के दिन जैन धर्म के लोग पूजा पाठ करते हैं और जरूरतमंद एवं गरीब लोगों को मिठाई और भोजन का वितरण करते है.
[6] भगवान महावीर द्वारा दी गई शिक्षा अहिंसा, करुणा और नैतिक जीवन के महत्त्व पर जोर देती हैं.
[7] भगवान महावीर जयंती के अवसर पर पूरे भारत में राष्ट्रीय अवकाश रहता है. इस दिन जैन धर्म को मानने वाले लोग विभिन्न धार्मिक गतिविधियों समारोहों में भाग लेते हैं.
[8] भगवान महावीर जयंती के दिन जैन समुदाय द्वारा उपवास रखा जाता है जिसे “श्वेतांबर मूर्तिपूजक जैन व्रत” के नाम से जाना जाता है.
[9] भगवान महावीर जयंती का उत्सव भारत के साथ साथ संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और यूनाइटेड किंगडम जैसे देशों में भी बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है.
[10] महावीर जयंती के दिन जैन धर्म के लोग आपसी सद्भाव और एकता को बढ़ाने के लिए और उनकी आस्था और आध्यात्मिकता का जश्न मनाते हैं.
जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर के जन्म दिवस पर अर्थात महावीर जयंती के दिन दुनिया भर में जैन समुदाय के लोग इस त्योहार को मनाते हैं. भगवान महावीर द्वारा दी गई अहिंसा, करुणा और नैतिक शिक्षा को जीवन में उतारने का संकल्प लेते हैं और लोगों को भी अहिंसा के साथ जीवन यापन करने का संदेश देते हैं.
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