भारत का पहला प्राचीन नाम:- भारत को प्राचीनकाल से ही अलग-अलग नामों से जाना जाता हैं जिनमें जम्बूद्वीप, भारतवर्ष, भारतखण्ड, अजनाभवर्ष, सिन्दूस्तान, हिन्दू, आर्यावर्त, इंडिया और ब्रह्मवर्त आदि नामों से जाना जाता हैं. लेकिन अभी भी यह शंसय का विषय हैं कि आखिर भारत का पहला प्राचीन नाम क्या था? इस लेख में हम तार्किक रूप से जानने की कोशिस करेंगे कि वास्तव में भारत का पहला प्राचीन नाम क्या था.
भारत का पहला प्राचीन नाम क्या था?
भारत का पहला प्राचीन नाम को लेकर कई तरह के तर्क दिए जाते हैं जिनकी चर्चा हम यहाँ करेंगे-
[1] हम जानते हैं कि भारत देश का प्राचीन नाम आर्यावर्त है. कहीं-कहीं “जम्बूद्वीप” नाम का भी उल्लेख मिलता है. कई लोग यह भी मानते हैं कि प्राचीनकाल में भारत का नाम “अजनाभ खंड” कहा जाता था। अजनाभखंड का अर्थ ब्रह्मा की नाभि या नाभि से उत्पन्न से हैं. वेद-पुराण और अन्य धर्मग्रंथों के अनुसार हिमालय के पास होने के कारण प्राचीन समय में भारत वर्ष को “हिमवर्ष” भी कहा जाता था। वेद-पुराणों में तिब्बत को त्रिविष्टप कहा गया है.
[2] इतिहासकारों के अनुसार भारत का पहला, प्राचीन नाम ब्रह्मावर्त था. इसके बाद इसका नाम आर्यावर्त पड़ा. आर्यावर्त शब्द उत्तरी भारत भारत के लिए प्रयोग होता था और दक्षिण भारत को दक्षिणावर्त के नाम से जाना जाता था. उसके बाद दुष्यंत और शकुन्तला के पुत्र भरत के नाम पर देश का नाम भारत पड़ा. हम अंत तक निष्कर्ष पर पहुंचेंगे कि वास्तव में भारत का पहला प्राचीन नाम क्या था.
[3] महाभारत के अनुसार भारत का नाम हस्तिनापुर के राजा दुष्यंत और शकुंतला के प्रतापी सम्राट भरत के नाम पर इस देश का नाम भारत पड़ा था.
[4] जैन धर्म ग्रंथों और भागवत पुराण के अनुसार मनु के वंश में जन्म लेने वाले राजा ऋषभ देव के पुत्र भरत के नाम पर भारत पड़ा.
[5] विष्णुपुराण के अनुसार-
उत्तर यत्समुद्रस्य हिताद्रेश्चैव दक्षिणम। वर्ष तत भारतम नाम भारती यत्र सन्ततिः।।
इसका अर्थ होता हैं- जो समुद्र के उत्तर व हिमालय के दक्षिण में है, वह भारतवर्ष है और उसकी संताने भारती कहलाती है.
भारत का पहला प्राचीन नाम क्या था, निष्कर्ष
उपरोक्त अध्ययन के बाद भी यह बता पाना मुश्किल हैं कि वास्तव में भारत का पहला प्राचीन नाम क्या था लेकिन भारत नाम अगर राजा भरत के नाम पर पड़ा तो वह तो महाभारत के समयकाल में हुए जबकि यह देश महाभारत काल से भी पहले का हैं. महाभारत से पहले रामायण हुई थी अगर हम यह माने की भगवान श्रीराम के भाई भरत के नाम पर इस देश का नाम भारत पड़ा तो यह भी उचित नहीं लगता हैं क्योंकि भगवान श्रीराम से पहले भी यह देश था.
धरती का यह वह कोना हैं जिस पर कभी आर्यावर्त रहते थे और उनके कारण इस देश का नाम “आर्यावर्त” पड़ा तो उनसे पहले भगवान थे. निष्कर्ष के तौर पर यह कह सकते हैं कि भारत का पहला प्राचीन नाम “जम्बूद्वीप” या “अजनाभ खंड” रहा होगा.
जम्बूद्वीप जम्बू के पेड़ की वजह से पड़ा था जिसका मतलब यह हुआ कि पेड़ से भी पहले भगवान् थे अतः यह कहा जा सकता हैं कि अजनाभखंड का अर्थ ब्रह्मा की नाभि या नाभि से उत्पन्न से हैं तो भारत का पहला प्राचीन नाम “अजनाभखंड” था.
यह भी पढ़ें-