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क्रेडिट कार्ड के नुकसान, जो बैंक नहीं बताएगा.

क्रेडिट कार्ड के नुकसान (Disadvantages Of Credit Card)– आज के समय में ज्यादातर लोग शॉपिंग, फूडिंग, ट्रैवलिंग और छोटे-छोटे कामों में भी क्रेडिट कार्ड का यूज़ करते हैं. आज के समय में क्रेडिट कार्ड जीवन का अहम् हिस्सा बन गया हैं. बजट के बाहर की चीज को भी क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके आसानी के साथ खरीद सकते हैं.

क्रेडिट कार्ड का सबसे बड़ा फायदा यह है कि Account से तुरन्त पैसा Debit नहीं होता, साथ ही उसे चुकाने के लिए ग्रेस पीरियड मिल जाता है, जिसका फायदा यह हैं कि ग्रेस पीरियड में भुगतान करने पर ब्याज (Intrest) का नुकसान भी नहीं होता.

क्रेडिट कार्ड के फायदों की चकाचौंध में अक्सर लोगों का ध्यान क्रेडिट कार्ड के नुकसान पर नहीं जाता हैं और ना ही बैंक इसके बारें में सही जानकारी देते हैं, ऐसे में हम आपके लिए एक ऐसी जानकरी लेकर आये हैं जो आपको क्रेडिट कार्ड के नुकसान के बारे में बताएगी।

क्रेडिट कार्ड के नुकसान (Disadvantages Of Credit Card)

इस लेख में हम छः मुख्य क्रेडिट कार्ड के नुकसान की चर्चा करेंगे जो कस्टमर्स के लिए जान लेना बेहद जरुरी हैं-

[1] समय पर नहीं माँगते हैं पैसा ताकि लेट फीस लगे

दोस्तों आपने देखा होगा कि किसी भी बैंक में जब हमारे सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस निर्धारित राशि से कम हो जाता हैं तो बैंक बार-बार मैसेज भेजता हैं कि आपके खाते में न्यूनतम निर्धारित राशि से कम बैलेंस हैं.

आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि क्रेडिट कार्ड के बिल को जमा करने के लिए आपके पास कोई मैसेज नहीं आता हैं. क्योंकि हर कोई बैंक/कंपनी यह चाहती हैं कि ग्राहक पेमेंट लेट जमा करे ताकि लेट फीस के नाम पर राशि ( Charges) वसूल की जा सके. यह क्रेडिट कार्ड का नुकसान हैं जिसके बारें में बहुत काम लोग जानते हैं.

[2] फ्री EMI पर लागु नियम और शर्तें

बैंक और कम्पनियाँ कस्टमर्स से फ्री EMI क्रेडिट कार्ड पर, 0% पर ईएमआई (EMI) का वादा किया जाता है जो कि पूर्णतया सत्य नहीं हैं. हैरानी की बात तो यह हैं कि बैंक या कंपनी द्वारा बताए गए  0% ब्याज पर EMI (ईएमआई) कि नियम एवं शर्तें लागू होती हैं. किसी भी शर्त (term & condition) के पूरा नहीं होने पर  5 प्रतिशत या 10 प्रतिशत नहीं बल्कि 20% से भी ज्यादा ब्याज (Intrest) चुकाना पड़ सकता है, लेकिन इसकी जानकारी बहुत ही कम ग्राहकों को होती हैं.

[3] पेबैक प्वॉइंट रीडीम कैसे करें-

आज के समय में ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए बैंकों और कंपनियों द्वारा क्रेडिट कार्ड से खरीदारी करते वक्त पेबैक प्वॉइंट्स मिलते हैं. अब क्रेडिट कार्ड के नुकसान की बात की जाए तो यह हैं कि इन पेबैक प्वॉइंट को रीडीम करके कैशबैक का फायदा ले सकते हैं लेकिन, बैंक आपको कभी भी यह नहीं बताता है कि आप अपने पेबैक प्वाइंट्स को कैसे रीडीम कर सकते हैं. बिना जानकारी कस्टमर्स के Earn किए हुए लाखों प्वाइंट्स पड़े रह जाते हैं और क्रेडिट कार्ड एक्सपायर हो जाता है. क्रेडिट कार्ड एक्सपायर होने के बाद इन पॉइंट्स का कोई फायदा नहीं हैं.

जब ग्राहक के पास पेबैक प्वाइंट्स 1000 से 10,000 जैसे Landmark को Cross करते हैं, तब बैंक की तरफ से किसी भी ग्राहक को यह जानकारी नहीं दी जाती हैं कि आप द्वारा Earn किए गए पॉइंट्स को रीडीम करके कैशबैक का फायदा ले सकते हैं.

[4]  क्रेडिट कार्ड अपग्रेड चार्ज

बैंक या कंपनी द्वारा एक बार क्रेडिट कार्ड इशू करने के कुछ समय बाद उसको सिल्वर, गोल्ड या प्लेटिनम में अपग्रेड करने की बोलते हैं. साथ ही यह भी वादा किया जाता हैं कि ऑफर में फ्री हैं लेकिन यह पूर्णतया सत्य नहीं होता हैं.

बैंक वालों की बातों में आकर अक्सर लोग अपने क्रेडिट कार्ड को उससे ऊपर की रैंक वाले क्रेडिट कार्ड से अपग्रेड करा लेते हैं. बैंक भी अक्सर ग्राहकों को ऑफर करते हैं कि यह अपग्रेडेशन का कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं हैं. निःशुल्क के नाम पर ग्राहक को कार्ड अपग्रेड करना क्रेडिट कार्ड के नुकसान की लिस्ट में ग्राहक से बड़ा धोखा हैं.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अपने किसी भी क्रेडिट कार्ड को जैसे सिल्वर कार्ड को गोल्ड में और गोल्ड को प्लेटिनम में अपग्रेड करवाना महंगा पड़ सकता है. कस्टमर्स को यह जानकारी होनी चाहिए कि क्रेडिट कार्ड के लिए 500 रुपए से लेकर 700 रुपए तक का शुल्क चुकाना पड़ता है, फ्री में कुछ नहीं मिलता हैं. एक बार चार्ज लगने के बाद बैंकर आपको One Time चार्ज के नाम पर गुमराह का सकता हैं.

[5] फ्री क्रेडिट लिमिट मुफ्त में नहीं मिलती

क्रेडिट कार्ड की क्रेडिट लिमिट फ्री में बढ़ाने से ज्यादातर कस्टमर्स काफी खुश होते हैं. बैंक से क्रेडिट कार्ड धारकों को अक्सर ऐसे कॉल आती हैं कि आपके क्रेडिट कार्ड की क्रेडिट लिमिट मुफ्त में बढ़ाई जा रही है, क्या आप बढ़ाना चाहते हैं? ऐसे में उन्हें कोई मना नहीं करता हैं और खुश हो जाते हैं लेकिन, कम ही लोग जानते हैं कि बैंक क्रेडिट कार्ड की क्रेडिट लिमिट के हिसाब से वार्षिक शुल्क ( Annual Fees) भी बढ़ा देता है. लेकिन, इसकी जानकारी बैंक खुद से नहीं देते, यहाँ पर कस्टमर्स को सतर्क रहने की जरुरत हैं.

[6] अन्य (Other Disadvantages Of Credit Card) क्रेडिट कार्ड के नुकसान

ऊपर आपने क्रेडिट कार्ड के नुकसान के बारे में पढ़ा लेकिन कई अन्य और भी क्रेडिट कार्ड के नुकसान हैं जो निन्मलिखित हैं-

(1) किसी भी ग्राहक के पास एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड हैं, तो कुछ पर सालाना फीस ( Annual Fees) जमा करनी होती होगी। वार्षिक फीस के नाम पर हर साल एक बड़ी राशि सालाना फीस के नाम पर चार्ज करते हैं, जिससे कस्टमर्स को नुकसान उठाना पड़ता हैं.

(2) अगर किसी कस्टमर के पास एक से अधिक क्रेडिट कार्ड हैं तो वह संभवतया जरुरत से अधिक शॉपिंग करेगा क्योंकि उसको अभी कुछ भी राशि जमा करवाने की आवश्यकता नहीं होती हैं ऐसे में धीरे-धीरे कस्टमर्स पर कर्ज का भार बढ़ता जाता हैं. इस प्रकार सुविधा देने वाले कार्ड दुविधा भी पैदा कर सकते हैं.

(3) क्रेडिट कार्ड के नुकसान यह हैं कि यदि अगर आपके पास भी कई क्रेडिट कार्ड हैं तो आपको सतर्क रहने की जरुरत हैं. क्योंकि जब आप Credit Card से कोई भी सामान आप खरीदेंगे, तो उस पर ईएमआई (EMI) का ऑफर मिलेगा। EMI शुरू करने के बाद आपको प्रति माह यह चेक करना होगा कि EMI की डेट कब हैं और कितनी राशि जमा करवानी हैं अन्यथा चार्ज देने होंगे।

(4) अगर आपके कई बैंक या कंपनीयों के क्रेडिट कार्ड्स हैं और आपने सभी से ईएमआई (EMI) कर रखी है तो आपके सभी कार्ड्स में थोड़ा-थोड़ा पैसा हर महीने जाता रहेगा। परिणामस्वरूप कमाई का एक बड़ा हिस्सा हर महीने EMI में जाएगा, यह आपके लिए नुकसान का सौदा हो सकता हैं.

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