सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

महाराणा प्रताप कि पत्नियां-परिवार || Maharana Pratap Family Tree

क्या आप जानते हैं कि महाराणा प्रताप की कितनी पत्नियाँ थी? महाराणा प्रताप का परिवार लम्बा-चौड़ा था. अधिकतर लोग महाराणा प्रताप की पत्नी महारानी अजबदे पंवार के बारे में ही जानते हैं लेकिन आपको बता दें कि महाराणा प्रताप की कुल 14 पत्नियाँ थी. इस लेख में आगे आपको महाराणा प्रताप की सभी पत्नियों के नाम के साथ-साथ उनके पुरे परिवार की जानकारी मिलेगी।

पूरे देश में महाराणा प्रताप की जयंती 9 मई को मनाई जाती हैं. महाराणा प्रताप ऐसे योद्धा थे, जो कभी मुगलों के आगे नहीं झुके और ना कभी हार मानी। उनका संघर्ष इतिहास में अमर है क्योंकि हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप ने अकबर की मुग़ल सेना को बुरी तरह से पराजित किया था.

महाराणा प्रताप की जीत के प्रमाण भी मौजूद  हैं. वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप, महाराणा उदय सिंह द्वितीय और महारानी जयवंता बाई के पुत्र थे। दुश्मन भी उनकी युद्धकला और देश प्रेम की तारीफ़ करते नहीं थकते थे. इतिहासकारों के मुताबिक, महाराणा प्रताप का परिवार भी काफी बड़ा था जिसकी विस्तृत चर्चा हम यहाँ करेंगे.

क्योंकि हमारा टॉपिक हैं “महाराणा प्रताप की कितनी पत्नियाँ थी? तो हम सबसे पहले इसी पर चर्चा करेंगे और उनके पुरे परिवार के बारें में जानेंग.

महाराणा प्रताप की कितनी पत्नियाँ थी? और परिवार

 महाराणा प्रताप की कुल 14 पत्नियाँ थी, जिनमें अजबदे पंवार उनकी पहली और प्रिय पत्नी थी. महारानी अजबदे पंवार के अलावा महाराणा प्रताप की निम्नलिखित पत्नियाँ थी- 

[1] अमोलक दे चौहान.

[2] भगवत कंवर राठौड़.

[3] प्यार कंवर सोलंकी.

[4] चंपा कंवर झाला.

[5] फूल कंवर राठौड़ प्रथम.

[6] रत्नकंवर पंवार.

[7] फूल कंवर राठौड़ द्वितीय.

[8] जसोदा चौहान.

[9] रत्नकंवर राठौड़.

[10] शाहमेता हाड़ी.

[11] माधो कंवर राठौड़.

[12] आश कंवर खींचण.

[13] रणकंवर राठौड़.

महाराणा प्रताप के भाई 

महाराणा प्रताप के कुल 23 भाई थे जिनका नाम यह हैं-

[1] शक्ति सिंह.

[2] खान सिंह.

[3] विरम देव.

[4] जेत सिंह.

[5] राय सिंह.

[6] जगमल.

[7] सगर.

[8] अगर.

[9] सिंहा.

[10] पच्छन.

[11] नारायणदास.

[12] सुलतान.

[13] लूणकरण.

[14] महेशदास.

[15] चंदा.

[16] सरदूल.

[17 रुद्र सिंह.

[18] भव सिंह.

[19] नेतसी.

[20] सिंह.

[21] बेरिसाल.

[22] मान सिंह.

[23] साहेब खान.

महाराणा प्रताप के कितने पुत्र थे?

महाराणा प्रताप के परिवार की बात की जाए तो महाराणा प्रताप की 14 पत्नियों से उनके 17 पुत्र थे. महाराणा प्रताप के 22 बच्चे थे जिनमें 17 लड़के और 5 लड़कियाँ थी. महाराणा प्रताप के लड़कों का नाम निम्नलिखित हैं-

[1]अमर सिंह.

[2] भगवानदास.

[3] सहसमल.

[4] गोपाल.

[5] काचरा.

[6] सांवलदास.

[7] दुर्जनसिंह.

[8] कल्याणदास.

[9] चंदा.

[10] शेखा.

[11] पूर्णमल.

[12] हाथी.

[13] रामसिंह.

[14] जसवंतसिंह.

[15] माना.

[16] नाथा.

[17] रायभान.

महाराणा प्रताप के कितनी पुत्रियाँ थी?

महाराणा प्रताप के 22 बच्चे थे जिनमें 17 पुत्र और 5 पुत्रियाँ थी, जिनका नाम निन्मलिखित हैं-

[1] रखमावती.

[2] रामकंवर.

[3] कुसुमावती.

[4] दुर्गावती.

[5] सुक कंवर.

महाराणा प्रताप के परिवार से सम्बंधित बार-बार पूछे जाने वाले प्रश्न और उत्तर

[1] महाराणा प्रताप की पत्नी कौन थी?

उत्तर- महाराणा प्रताप की पहली पत्नी का नाम महारानी अजबदे पंवार था. जबकि कुल मिलाकर महाराणा प्रताप के 14 पत्नियाँ थी.

[2] महाराणा प्रताप की पत्नी अजबदे की मृत्यु कैसे हुई?

उत्तर- अजबदे पंवार (Rani Ajabde Punwar) ने उनके जीवन का आखिरी समय चावंड में बिताया. 1590 ईस्वी में महारानी अजबदे पंवार की मृत्यु हो गई. अजबदे पंवार मृत्यु का कारण स्पष्ट रूप से तो पता नहीं है लेकिन कहते हैं कि चोट लगने की वजह से इनकी मृत्यु हो गई. अजबदे पंवार की मृत्यु के पश्चात 7 वर्ष बाद महाराणा प्रताप ने भी प्राण त्याग दिए.

[3] महाराणा प्रताप के कितने भाई थे?

उत्तर- महाराणा प्रताप के कुल 23 भाई थे.

[4] महाराणा प्रताप की शादी कब हुई?

उत्तर- महाराणा प्रताप की शादी वर्ष 1557 ईस्वी में महारानी अजबदे पंवार से हुई थी.

[5] महाराणा प्रताप की कितने बच्चे थे?

उत्तर- महाराणा प्रताप के कुल 23 बच्चे थे जिनमें 17 पुत्र और 5 पुत्रियाँ थी.

[6] महाराणा प्रताप और फूल कंवर की शादी?

उत्तर- महारानी अजबदे पंवार के बाद फूल कंवर राठौड़ प्रथम भी महाराणा प्रताप प्रिय पत्नी थी.

[7] महाराणा प्रताप की सबसे सुन्दर पत्नी कौन थी?

उत्तर- महाराणा प्रताप की सबसे सुन्दर पत्नी महारानी अजबदे पंवार थी जो कि उनकी पहली पत्नी भी थी.

[8] महाराणा प्रताप की इतनी पत्नियाँ क्यों थी?

उत्तर- सबसे पहले महाराणा प्रताप का विवाह रानी अजबदे पंवार के साथ हुए था और उनकी 13 पत्नियाँ थी. महाराणा प्रताप ने इतनी शादियाँ राजनैतिक गठजोड़ के चलते की थी.

[9] महाराणा प्रताप की दूसरी पत्नी का नाम क्या था?

उत्तर- महाराणा प्रताप की दूसरी पत्नी का नाम भगवत कंवर राठौड़ था.

[10] महाराणा प्रताप को किसने मारा?

उत्तर- महाराणा प्रताप को मारने वाला दुनियाँ में कोई पैदा नहीं हुआ था, लम्बी बीमारी के चलते महाराणा प्रताप ने 19 जनवरी 1597 देह त्याग दी थी.

यह भी पढ़ें-

महाराणा प्रताप की मृत्यु कैसे हुई?

महाराणा प्रताप का सम्पूर्ण इतिहास।

महाराणा प्रताप और मीराबाई का सम्बन्ध?

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

शिवजी के बारह ज्योतिर्लिंगों के नाम, स्थान, स्तुति मंत्र || List Of 12 Jyotirlinga

List Of 12 Jyotirlinga- भारत में 12 ज्योतिर्लिंग हैं. भगवान शिव को मानने वाले 12 ज्योतिर्लिंगो के दर्शन करना अपना सौभाग्य समझते हैं. पौराणिक मान्यता के अनुसार ऐसा कहा जाता हैं कि इन स्थानों पर भगवान शिव ज्योति स्वररूप में विराजमान हैं इसी वजह से इनको ज्योतिर्लिंग के नाम से जाना जाता हैं. 12 ज्योतिर्लिंग अलग-अलग स्थानों पर स्थित हैं. इस लेख में हम जानेंगे कि 12 ज्योतिर्लिंग की उत्पत्ति कैसे हुई? 12 ज्योतिर्लिंग कहाँ-कहाँ स्थित हैं? 12 ज्योतिर्लिंग के नाम और स्थान. यहाँ पर निचे List Of 12 Jyotirlinga दी गई हैं जिससे आप इनके बारे में पूरी जानकारी हासिल कर पाएंगे. 12 ज्योतिर्लिंग के नाम और स्थान सूचि ( List Of 12 Jyotirlinga ) 12 ज्योतिर्लिंग के नाम और स्थान सूचि (List Of 12 Jyotirlinga) निम्नलिखित हैं- क्र. सं. ज्योतिर्लिंग का नाम ज्योतिर्लिंग का स्थान 1. सोमनाथ (Somnath) सौराष्ट्र (गुजरात). 2. मल्लिकार्जुन श्रीशैल पर्वत जिला कृष्णा (आँध्रप्रदेश). 3. महाकालेश्वर उज्जैन (मध्य प्रदेश). 4. ओंकारेश्वर खंडवा (मध्य प्रदेश). 5. केदारनाथ रूद्र प्रयाग (उत्तराखंड). 6. भीमाशंकर पुणे (महाराष्ट्र). 7...

कंस द्वारा मारे गए देवकी के 6 पुत्रों सहित सभी 8 पुत्रों के नाम

 भगवान  श्रीकृष्ण के जन्म की कहानी आप सभी जानते हैं। कंस जब अपनी बहिन देवकी का विवाह वसुदेवजी के साथ करने के बाद खुद उसके ससुराल छोड़ने के लिए जा रहा था तब आकाशवाणी हुई की देवकी के गर्भ से जन्म लेने वाली 8वीं संतान कंस की मृत्यु का कारण बनेगी।  जब कंस को ये पता चला कि उसकी चचेरी बहन देवकी का आठवाँ पुत्र उसका वध करेगा तो उसने देवकी को मारने का निश्चय किया। देवकी के 8 पुत्रों के नाम. देवकी के पति वासुदेव जी ने कंस से प्रार्थना कर देवकी को ना मरने का आग्रह किया।  वसुदेव के आग्रह पर वो उन दोनों के प्राण इस शर्त पर छोड़ने को तैयार हुआ कि देवकी की गर्भ से जन्म लेने वाले हर नवजात शिशु को कंस को सौंप देंगे। दोनों ने उनकी ये शर्त ये सोच कर मान ली कि जब कंस उनके नवजात शिशु का मुख देखेगा तो प्रेम के कारण उन्हें मार नहीं पाएगा। किन्तु कंस बहुत निर्दयी था। उसने एक-एक कर माता देवकी के 6 पुत्रों को जन्म लेते ही मार दिया। सातवीं संतान को योगमाया ने देवकी की गर्भ से वासुदेव की दूसरी पत्नी रोहिणी के गर्भ में स्थानांतरित कर दिया इसीलिए वे संकर्षण कहलाये और बलराम के नाम से ...

मूमल महेंद्र की प्रेम कहानी || Love Story Of Mumal-Mahendra

मूमल महेंद्र की प्रेम कहानी ना सिर्फ राजस्थान बल्कि संपूर्ण विश्व में विख्यात है। यह ऐतिहासिक प्रेम कहानी जरा हटके है, जहां मूमल बहुत सौंदर्यवान थी वहीं दूसरी तरफ महेंद्र अदम्य साहस के धनी थे। मूमल और महेंद्र की प्रेम कहानी आज से लगभग 2000 वर्ष पुरानी है लेकिन उतनी ही लोकप्रिय है। महेंद्र और मूमल का इतिहास कहें या फिर महेंद्र और मुमल की प्रेम कहानी एक ही बात है, जिसकी चर्चा हम इस लेख में करेंगे. मूमल राजस्थान के जैसलमेर की राजधानी लौद्रवा की रहने वाली थी जबकि महेंद्र अमरकोट (पाकिस्तान) के रहने वाले थे। जिस तरह हीर-रांझा, सोहनी-महिवाल, ढोला-मारू, संयोगिता और पृथ्वीराज चौहान , राजा मानसिंह और मृगनयनी , जीवाजी राव सिंधिया और विजया राजे सिंधिया , बाजीराव और मस्तानी की प्रेम कहानियां विश्व विख्यात है उसी तरह मूमल महेंद्र की प्रेम कहानी भी विश्व विख्यात है। मूमल महेंद्र की प्रेम कहानी लौद्रवा नगर (जैसलमेर) के समीप बहने वाली काक नदी के किनारे बसा हुआ था। यहीं पर रानी मूमल का का महल था जिसे “इकथंभीया-महल” कहा जाता हैं. राजस्थान में महल के ऊपर छत पर बने कमरों को मेड़ी कहा जाता है...