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भारत में लेफ्ट हैंड ड्राइव कार अवैध या अनुमति क्यों नहीं?

आपने भारत में कभी लेफ्ट हैंड ड्राइव कार देखी हैं? शायद नहीं. भारत में सभी कारें राइट हैंड ड्राइव हैं. अलग-अलग देश में इसको लेकर अलग-अलग कानून बना हुआ हैं. भारत में भी मोटर वाहन अधिनियम 1988 बना हुआ हैं जो वाहनों की खरीद और इस्तेमाल करने के बारे में बताता हैं.

लेकिन हमारा टॉपिक भारत में लेफ्ट हैंड ड्राइव कार से जुड़ा हुआ हैं. यहाँ पर इस लेख में हम जानेंगे कि-

क्या भारत में लेफ्ट हैंड ड्राइव कार अवैध हैं?

भारत में लेफ्ट हैंड ड्राइव कार की अनुमति क्यों नहीं हैं?

लेफ्ट हैंड ड्राइव कार के सम्बन्ध में मोटर वाहन अधिनियम क्या कहता हैं?

भारत में राइट हैंड ड्राइव कार ही क्यों चलती हैं?

भारत में लेफ्ट हैंड ड्राइव कार हैं या नहीं

भारत में मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार केवल राइट हैंड ड्राइव कार का ही इस्तेमाल किया जा सकता हैं, ऐसे में यह सवाल उठता हैं कि क्या भारत में लेफ्ट हैंड ड्राइव कार हैं या नहीं?

भारत में लेफ्ट हैंड ड्राइव कारें हैं लेकिन यह बहुत पुरानी विंटेज हैं जिनका किसी स्पेशल मौके या खास मेहमानों के स्वागत के लिए काम में लाई जाती हैं. इनमें से ज्यादातर कारें रॉयल फैमिली या राज परिवारों के पास होती थी और अब इनके परिवारों के द्वारा ही इनका रखरखाव या संरक्षण किया जाता हैं.

क्या भारत में लेफ्ट हैंड ड्राइव कार अवैध हैं?

यह बहुत महत्वपूर्ण सवाल हैं. भारतीय मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार कोई भी व्यक्ति लेफ्ट हैंड ड्राइव कार ना तो खरीद सकता हैं, ना उसका पंजीकरण करवा सकता हैं और ना ही उसको चला सकता हैं.

अगर हम मोटर वाहन अधिनियम 1939 के सेक्शन 139 की बात करें तो उसमें साफ़ लिखा हैं कि ” कोई भी व्यक्ति भारत में लेफ्ट हैंड ड्राइव कार को किसी सार्वजनिक स्थान पर नहीं चला सकता हैं और ना ही यह नियम अनुमति देता हैं. लेकिन यदि यह किसी कार्यक्रम में मैकेनिकल या इलेक्ट्रिकल सिग्नल डिवाइस से लैस हैं तो इसका उपयोग किया जा सकता हैं.

भारत में लेफ्ट हैंड ड्राइव कार की अनुमति क्यों नहीं हैं?

भारत में शुरू से ही राइट हैंड ड्राइव कार का प्रचलन हैं और कानून भी इसकी मान्यता देता हैं. इसलिए भारत में लेफ्ट हैंड ड्राइव कार की अनुमति नहीं हैं. दुनियां के बाकि देशों में भी वहाँ के अपने कायदे कानून हैं, जहाँ लेफ्ट हैंड ड्राइव कार की अनुमति हैं वहाँ राइट हैंड ड्राइव की अनुमति नहीं होती हैं.

यह नियम सिर्फ नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर बनाए जाते हैं. मान लीजिए यदि किसी देश में दोनों तरह के वाहन चलते हैं तो निश्चित तौर पर चालक (driver) भ्रमित हो सकता हैं और दुर्घटना हो सकती हैं.

एक-दूसरी गाड़ी को देख पाने की प्रॉब्लम के साथ-साथ पब्लिक खतरा भी रहता हैं. यही वजह हैं कि किसी भी देश में लेफ्ट हैंड और राइट हैंड ड्राइव कार का प्रचलन एक साथ नहीं होता हैं.

क्या भारत में अपवाद स्वरुप लेफ्ट हैंड ड्राइव कार चल सकती हैं?

जी हाँ, जब कोई विदेशी गणमान्य मेहमान या किसी भी देश का राजनायक भारत का भ्रमण या यात्रा करता हैं तो वह अपने पसंद की कार का चयन कर सकता हैं, ऐसे में भारत सरकार इसकी मान्यता देती हैं. दोस्तों आपको याद होगा जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भारत के दौरे पर आए तो साथ में कार भी लेकर आए जो लेफ्ट हैंड ड्राइव कार थी.

विशेष परिस्थितियों में सरकार इसकी अनुमति देती हैं.

भारत में राइट हैंड ड्राइव कार को चुना?

आजादी से पहले भारत पर ब्रिटिश हुकूमत थी, वो लोग भारत में राइट हैंड ड्राइव कार का इस्तेमाल करते थे. जब भारत ब्रिटिश हुकूमत से आजाद हुआ तो यही गाड़िया प्रचलन में रही. इस वजह से ही आगे चलकर भारत सरकार ने राइट हैंड ड्राइव कार को मान्यता प्रदान की.

इतना ही नहीं जहाँ-जहाँ अंग्रेजों का राज था वहां पर आज भी राइट हैंड ड्राइव कार ही चलती हैं जैसे भारत-दक्षिण अफ्रीका आदि. भारत में आजादी से पहले ही इस तरह की कार का प्रचलन था जो उस समय बदलना सरकार ने सही नहीं समझा और बाद में इसको लेकर कानून भी बन गया.

यही वजह हैं कि भारत में राइट हैंड ड्राइव कार को चुना गया.

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